NASA क्या है? / NASA full form/ NASA full details in Hindi / जानिए NASA की पूरी जानकारी "Your Time" के साथ

मनुष्यों मे हमेशा अंतरिक्ष के बारे में जानने की जिज्ञासा रही है तब चाहे वे बच्चे हो, जवान हो या फिर बुजुर्ग, 

खासकर बच्चों में यह जिज्ञासा हमेशा से बनी रहती है की तारे कैसे चमकते हैं? सूर्य का प्रकाश हम तक कैसे पहुंचता है? सूर्य मैं इतनी ऊष्मा कहां से आती है? पृथ्वी कैसे घूमती है? 


आकाशगंगा क्या है? और ना जाने क्या-क्या अन-कहे
अन-सुलझे सवाल बच्चों के मन में आते हैं आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम अंतरिक्ष से जुड़े रहस्यमई तथ्यों पर बात करेंगे ।





NASA का इतिहास / History of NASA


NASA जिसका पूरा नाम National Aeronautics and Space है इसकी स्थापना 1958 में की गई यह अमेरिका की एक अंतरिक्ष कार्यप्रणाली की संस्था है, NASAअपने द्वारा छोड़े गए उपग्रह (satellite) की मदद से हवा और अंतरिक्ष पर रिसर्च करती है.  NASA का मुख्यालय अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में स्थित है,


 
[ ] NASA ने सेटेलाइट के माध्यम से सौर प्रणाली जैसे ग्रहों सूर्य तथा ब्रम्हांड की महत्वपूर्ण जानकारी हम तक पहुंचाई है
नासा ने पृथ्वी के ऑर्बिट में कई सेटेलाइट को प्रक्षेपित किया है तथा उन सेटेलाइटों के माध्यम से कम्युनिकेशन सिस्टम तथा मौसम के पूर्वामान का भी पता लगाया जाता है


NASA की महत्वपूर्ण उपलब्धियां / Achievements of NASA


[  ] प्रोजेक्ट मरकरी/ project mercury


यह अमेरिका देश की स्पेस एजेंसी NASA का पहला मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम था
[ ] NASA द्वारा 1961 से 1963 के बीच अंतरिक्ष में 25 उड़ाने भरी गई , जिनमे से 6 उड़ानों में अंतरिक्ष यात्री शामिल थे. NASA के इस अंतरिक्ष प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य यह था कि पृथ्वी के orbit में मानव अंतरिक्ष यान पर परिक्रमा , अंतरिक्ष में इंसान की कार्य करने की efficiency की जांच करना और अंतरिक्ष यात्री और यान को सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापस लाना था.


[ ] नासा का जैमिनी मिशन

      नासा ने 1965 में जैमिनी मिशन की शुरुआत की जो जोकि नासा का सबसे कामयाबg मिशन में से एक मिशन था जैमिनी रॉकेट में दो अंतरिक्ष यात्री बैठकर अंतरिक्ष मैं आराम से जा सकते थे जैमिनी मिशन के अंतर्गत है अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों ने पहली बार अंतरिक्ष में walk की थी जैमिनी मिशन के अंतर्गत ही अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अपने स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकल कर स्पेस क्राफ्ट की मरम्मत भी कर सकते थे नासा के 'जैमिनी मिशन' के दौरान स्पेस सूट और बेहतर तथा नवीनतम टेक्नोलॉजी से लेस हुए थे नासा के अपोलो 11 मिशन (जोकि चंद्रमा से संबंधित था) को सफल बनाने में जैमिनी मिशन का प्रमुख योगदान रहा

नासा का अपोलो मिशन /Apollo 11 mission


नासा के अपोलो मिशन के तहत ही इंसान ने पहली बार चंद्रमा की सतह पर कदम रखा था



[ ] 16 जुलाई 1969 को नासा (NASA) ने अपोलो 11 (Apollo11) मिशन के तहत चंद्रमा पर प्रथम बार किसी इंसान को भेजा गया था, Apollo 11 मिशन के तहत तीन अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजा गया था जिनका नाम

                  1 नील आर्मस्ट्रांग,
                  2. एडविन "बज़" एल्ड्रिन और
                 
3.माइकल कॉलिन्स

       नील आर्मस्ट्रांग और एल्डिन ने 20 जुलाई 1969 को चांद पर अपने कदम रखें नील आर्मस्ट्रांग दुनिया के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने चांद की सतह पर प्रथम बार अपने कदम रखें
नील आर्मस्ट्रांग ने कहा की "यह मनुष्य के लिए एक छोटा सा कदम है, और मानव जाति के लिए यह एक विशाल छलांग है"

 [ ] स्काई लैब/skylab

स्काई लैब यूनाइटेड स्टेट का प्रथम स्पेस स्टेशन था जिसको नासा द्वारा 1973 मैं launch किया गया था


[ ] Pioneer 10 मिशन  | Pioneer 10 Launch

 Pioneer 10 एक NASA का स्पेसक्राफ्ट था जिसको मार्च 1972 में Launch किया गया था। इस Spacecraft ने एक साथ कई Record बनाएं। pioneer10 पहला Spacecraft था जिसनें मंगलग्रह और बृहस्पति ग्रह के बीच मौजूद Asteroid belt को सफलतापूर्वक पार किया गया था। (asteroid belt वे चट्टाने हैं जो मंगल ग्रह तथा बृहस्पति ग्रह के मध्य परिक्रमण करते हैं) इसके साथ pioneer 10 ने Jupiter ग्रह और उसके चन्द्रमाओ ( बृहस्पति ग्रह के उपग्रहों) का करीब से अध्ययन करनें वाला पहला Space mission बना।

इसकें अलावा यह हमारें Solar System के Escape velocity को पार करनें वाला पहला Space mission बना


[ ] NASA का वायेजर मिशन / voyager mission


वायेजर ( वायेजर 1 & वायेजर 2) नासा का अंतरिक्ष शोध मे मानवरहित यान था जिसको साल 1977 में लॉन्च किया गया था वायेजर 1 का उद्देश्य Jupiter तथा saturn दो ग्रहों का अध्ययन करना था और वायेजर 2 का उद्देश्य Jupiter, Saturn, Uranus तथा Neptune इन चार ग्रहों का अध्ययन करना था



जहां वायेजर 1 ने जुपिटर के thin ring तथा जुपिटर के दो नए moon को ढूंढ निकाला था वही वायेजर 2 ने जुपिटर के the great red spot तथा यूरेनस में मेथेन गैस का पता लगाया और इसके साथ-साथ नेपच्यून के 47 डिग्री पर झुके होने का भी पता लगाए थे


निष्कर्ष / Conclusion








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