नोबेल प्राइज के बारे में इन्हें भी जाने/ प्रतियोगी परीक्षा के लिए नोबेल पुरस्कार के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य/ Important facts about Nobel Prize for Competitive Examination
नोबेल पुरस्कार क्यों दिया जाता है ?
वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल कौन थे ?
अल्फ्रेड नोबेल का जन्म 21 अक्टूबर, 1833 स्टॉकहोम ( स्वीडन) में हुआ था।
अल्फ्रेड नोबेल एक स्वीडन के एक महान वैज्ञानिक थे जिन्होंने अपने जीवनकाल की अवधि में 350 से अधिक आविष्कार किये थे। जिनमें से इनका सबसे महत्वपूर्ण अविष्कार डायनामाइट है। इसी अविष्कार के चलते हैं उन्हें विश्व में एक अलग ही लोकप्रियता दिलाई थी। अल्फ्रेड नोबेल रसायन के क्षेत्र में बहुत रुचि रखते थे, इसी रुचि के चलते वे रसायन विज्ञान के एक महान वैज्ञानिक बने। अल्फ्रेड नोबेल को 10 दिसंबर 1896 को इटली में अचानक दिल का दौरा पड़ा और उसी समय इनकी मृत्यु हो गई । ऑल्फ्रेड नोबल ने इस पुरस्कार की व्यवस्था अपने वसीयत में की थी और वसीयत में लिखा था कि उनकी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा उन लोगों में बांट दिया जाए जो विश्व में मानवजाति के कल्याण की दिशा में अद्वितीय कार्य कर रहे हैं।
पहली बार नोबेल पुरस्कार 1901 ईo रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस कमेटी (Royal Swedish Academy of Science Committee) द्वारा स्टॉकहोम, स्वीडन में दिया गया था। नोबेल प्राइज प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष स्वीडिश अकादमी द्वारा दिया जाता है, तथा शांति का नोबेल पुरस्कार नॉर्वेजियन नोबेल समिति द्वारा दिया जाता है।
इस अवार्ड को वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है और शुरुआती दौर में यह पुरस्कार कुल 5 क्षेत्रों में दिया जाता था ।वर्तमान समय में यह पुरस्कार कुल छः क्षेत्रों में दिया जाता है। इन क्षेत्रों में भौतिकी क्षेत्र, रसायन क्षेत्र, चकित्सा क्षेत्र, शांति के लिए, साहित्य क्षेत्र में और अर्थशास्त्र शामिल हैं।
नोबेल प्राइज के 6 क्षेत्रों में प्रत्येक एक क्षेत्र में यह पुरस्कार अधिकतम 3 लोगों को दिया जा सकता है (उदाहरण के लिए 1 वर्ष में भौतिकी विज्ञान में या रसायन विज्ञान आदि में अधिकतम व्यक्तियों की संख्या 3 तक हो सकती है।)
- अल्फ्रेड नोबेल ने डायनामाइट की खोज की थी।
- प्रथम बार नोबेल प्राइज 1901 में दिया गया।
- नोबेल प्राइज मुख्यता 6 क्षेत्रों में दिया जाता है।
- अब तक नोबेल प्राइज 943 लोगों को दिया जा चुका है।
नोबेल प्राइज दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार है। इस पुरस्कार में मुख्यता तीन चीजों को दिया जाता है :-
- एक नोबेल डिप्लोमा दिया जाता है,
- दूसरा नोबेल पदक दिया जाता है तथा,
- तीसरा कुछ नकद धनराशि दी जाती है,(धन के रूप में 90 लाख स्वीडिश क्रोनर (करीब 7.25 करोड़ रुपए) की राशि प्रदान की जाती है।)
अगर किसी पुरस्कार में 2 विजेता हाें तो धनराशि उन दोनों लोगों के मध्य समान रूप से बांट दी जाती है और अगर पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की संख्या तीन है तो रॉयल स्वीडिश एकेडमी के पास यह अधिकार होता है कि वह उस धनराशि को तीनों में बराबर बाँट दे, या एक को आधा दे-दे और बाकी बच्चे दो पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बचा धन बराबर बाँट दे।
नोबेल पुरस्कार पाने वाले प्रथम व्यक्तियों की सूची /प्रथम बार 1901 में नोबेल पुरस्कार पाने वाले विजेता / The first person to receive the Nobel Prize
- भौतिकी क्षेत्र में एक्स-रे की खोज के लिए रॉन्टजेन को
- रसायन क्षेत्र मे जे॰एच॰ वांटहॉफ को
- चिकित्सा के क्षेत्र में वान बेहरिंग को
- शांति के क्षेत्र में जीन॰एस॰ हुनेन्त तथा फेडरिक पासी और
- साहित्य के क्षेत्र में सूली पूधोम
प्रथम महिला नोबेल पुरस्कार विजेता मैडम क्यूरी थी ।जिन्हें 1903 में प्रथम बार भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में तथा 1911 में द्वितीय बार रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया।
दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित लोकप्रिय पुरस्कारों में से एक नोबेल पुरस्कार 2022 की घोषणा हो चुकी है। यह पुरस्कार सम्पूर्ण विश्व का सर्वोच्च सम्मान है जोकि मानव जाति के कल्याण व मदद के लिए के किये गए सराहनीय तथा अद्वैतिक कार्यों हेतु दिया जाता है। इस पुरस्कार को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस कमेटी (Royal Swedish Academy of Science Committee) स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा दिया जाता है।
नोबेल पुरस्कार विजेता को धन राशि के तौर पर 10 मिलियन स्वीडिश क्रोनर जोकि 900,000 अमेरिकी डॉलर के बराबर होता है । नोबेल पुरस्कार को अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) की वसीयतनामा के अनुसार दिया जाता है।
नोबेल पुरस्कार’ हर साल 10 दिसंबर को रॉयल स्वीडिश एकेडमी आफ साइंसेज के द्वारा दिया जाता है।
हर साल नोबेल पुरस्कार समारोह का आयोजन 10 दिसंबर में स्टॉकहोम, स्वीडन में किया जाता है। क्योंकि 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि मनाई जाती है जिसके कारण यह पुरस्कार उनकी याद में 10 दिसंबर को ही दिया जाता है।
शांति का नोबेल पुरस्कार स्टॉकहोम समारोह में नहीं दिया जाता है बल्कि यह हर साल 10 दिसंबर को ओस्लो, नॉर्वे में दिया जाता है।
प्रत्येक नोबेल पुरस्कार विजेता तीन चीजें दी जाती हैं जिनमें एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और एक मौद्रिक पुरस्कार प्राप्त करता है।
नोबेल पुरस्कार को मरणोपरांत नहीं दिया जाता है।
रवींद्रनाथ टैगोर : रविंद्र नाथ टैगोर एक कवि तथा रचीयता थे जिन्हें साहित्य के क्षेत्र में 1913 को उनकी काव्य पुस्तक गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया । टैगोर नोबेल पुरुस्कार पाने वाले भारत ही नहीं अपितु एशिया के भी पहले व्यक्ति थे जिन्हें यह सम्मान दिया गया।
# 4 सी. वी.रमन को 1930 में भौतिक विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
मदर टेरेसा : यह एक समाजसेवी महिला थी ।जो कि तल्लीन अल्बीनियाई मूल की भारतीय महिला थी। जिन्होंने 45 सालों तक गरीब लोगों, असहाय लोगो और असंख्य मरीजों की सेवा की थी तथा इसी कार्य के लिए इन्हें वर्ष 1979 में शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मदर टेरेसा ने भारत में सामाजिक कार्य करते हुए अनेकों बेसहारा, अनाथ और विभिन्न रोगों से ग्रसित लोगों की सेवा की जिसके लिए इन्हें आगे चलकर विश्व शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#7 सुब्रमण्यम चंद्रशेखर को 1983 में भौतिक विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर : डॉ. सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर एक भौतिक वैज्ञानिक थे जो कि भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक थे डॉ चंद्रशेखर को भौतिकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए वर्ष 1983 में नोबेल पुरस्कार दिया गया।
#8 14वें दलाई लामा को 1989 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया
#9 अमर्त्य सेन को 1998 में अर्थव्यवस्थाप के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
अमर्त्य सेन : अमर्त्य सेन जो कि एक अर्थशास्त्री थे इन्होंने अकाल के समय के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए अपनी एक छोरी दी थी अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र में योगदान के लिये वर्ष 1998 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया और ये पहले भारतीय थे जिन्हें अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
#10 रामाकृष्णन को 2009 में रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया
वेंकटरमन रामाकृष्ण : डॉक्टर वेंकटरमन भारतीय मूल के अमरीकी नागरिक है जिन्होंने अपने सहयोगी इजराइली महिला वैज्ञानिक अदा योनोथ और अमरीका के थॉमस स्टीज़ के साथ मिलकर चिकित्सा विज्ञान में थ्रीडी तकनीक के ज़रिए राइबोसोमस के बारे में समझाया कि किस तरह रिबोसोमस अलग-अलग रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं। जिसके लिए इन्हें 2009 में रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
शांति का नोबेल पुरस्कार स्टॉकहोम समारोह में नहीं दिया जाता है बल्कि यह हर साल 10 दिसंबर को ओस्लो, नॉर्वे में दिया जाता है।
प्रत्येक नोबेल पुरस्कार विजेता तीन चीजें दी जाती हैं जिनमें एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और एक मौद्रिक पुरस्कार प्राप्त करता है।
नोबेल पुरस्कार को मरणोपरांत नहीं दिया जाता है।
भारत में जन्मे तथा भारतीय मूल के व्यक्ति जिन्हें अब तक नोबेल पुरस्कार मिला /नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय व्यक्तियों की सूची:
#1 रोनाल्ड रॉस को 1902 में फिजियोलॉजी और चिकित्साय के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया यह प्रथम भारतीय मूल के व्यक्ति थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार मिला।
#2 रुडयार्ड किपलिंग को साल 1907 में साहित्य के लिए नोबेल प्राइज दिया गया यह द्वितीय भारतीय मूल के व्यक्ति थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#3 रवीद्रनाथ टैगोर प्रथम भारतीय जिन्हें साल1913 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#2 रुडयार्ड किपलिंग को साल 1907 में साहित्य के लिए नोबेल प्राइज दिया गया यह द्वितीय भारतीय मूल के व्यक्ति थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#3 रवीद्रनाथ टैगोर प्रथम भारतीय जिन्हें साल1913 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
रवींद्रनाथ टैगोर : रविंद्र नाथ टैगोर एक कवि तथा रचीयता थे जिन्हें साहित्य के क्षेत्र में 1913 को उनकी काव्य पुस्तक गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया । टैगोर नोबेल पुरुस्कार पाने वाले भारत ही नहीं अपितु एशिया के भी पहले व्यक्ति थे जिन्हें यह सम्मान दिया गया।
# 4 सी. वी.रमन को 1930 में भौतिक विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
सर चंद्रशेखर वेंकटरमन : सीवी रमन एक महान वैज्ञानिक थे जिन्हें वर्ष 1930 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था सर । डॉ. सीवी रमन ने अपने प्रयोगशाला में प्रकाश की किरणों पर प्रयोग करते समय यह पाया कि जब प्रकाश किसी पारदर्शी माध्यम से गुजरता है तब उसकी वेवलैंथ (तरंग की लम्बाई) में बदलाव आता है। इसी को रमन इफ़ेक्ट के नाम से जाना गया।
# 5 हर गोविंद खुराना को 1968 में फिजियोलॉजी और चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
हरगोबिंद खुराना : यह भारतीय मूल के अमरीकी नागरिक थे जिन्होंने आनुवांशिक कोड (डीएनए) की व्याख्या करने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान किया था और डॉक्टर खुराना को डीएनए पर कार्य करने के लिए वर्ष 1968 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
#6 मदर टेरेसा को 1979 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
# 5 हर गोविंद खुराना को 1968 में फिजियोलॉजी और चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
हरगोबिंद खुराना : यह भारतीय मूल के अमरीकी नागरिक थे जिन्होंने आनुवांशिक कोड (डीएनए) की व्याख्या करने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान किया था और डॉक्टर खुराना को डीएनए पर कार्य करने के लिए वर्ष 1968 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
#6 मदर टेरेसा को 1979 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
मदर टेरेसा : यह एक समाजसेवी महिला थी ।जो कि तल्लीन अल्बीनियाई मूल की भारतीय महिला थी। जिन्होंने 45 सालों तक गरीब लोगों, असहाय लोगो और असंख्य मरीजों की सेवा की थी तथा इसी कार्य के लिए इन्हें वर्ष 1979 में शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मदर टेरेसा ने भारत में सामाजिक कार्य करते हुए अनेकों बेसहारा, अनाथ और विभिन्न रोगों से ग्रसित लोगों की सेवा की जिसके लिए इन्हें आगे चलकर विश्व शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#7 सुब्रमण्यम चंद्रशेखर को 1983 में भौतिक विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर : डॉ. सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर एक भौतिक वैज्ञानिक थे जो कि भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक थे डॉ चंद्रशेखर को भौतिकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए वर्ष 1983 में नोबेल पुरस्कार दिया गया।
#8 14वें दलाई लामा को 1989 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया
#9 अमर्त्य सेन को 1998 में अर्थव्यवस्थाप के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
अमर्त्य सेन : अमर्त्य सेन जो कि एक अर्थशास्त्री थे इन्होंने अकाल के समय के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए अपनी एक छोरी दी थी अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र में योगदान के लिये वर्ष 1998 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया और ये पहले भारतीय थे जिन्हें अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
#10 रामाकृष्णन को 2009 में रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया
वेंकटरमन रामाकृष्ण : डॉक्टर वेंकटरमन भारतीय मूल के अमरीकी नागरिक है जिन्होंने अपने सहयोगी इजराइली महिला वैज्ञानिक अदा योनोथ और अमरीका के थॉमस स्टीज़ के साथ मिलकर चिकित्सा विज्ञान में थ्रीडी तकनीक के ज़रिए राइबोसोमस के बारे में समझाया कि किस तरह रिबोसोमस अलग-अलग रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं। जिसके लिए इन्हें 2009 में रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
#11 कैलाश सत्यार्थी को 2014 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
कैलाश सत्यार्थी : कैलाश सत्यार्थी ने बाल अधिकारों की रक्षा एंव बाल श्रम के विरूद्ध अनेकों लड़ाइयां लड़ी उन्होंने बचपन बचाओ आंदोलन को चलाया तथा विश्व भर में हजारों बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी लड़ाई लड़ी जिसके चलते इन्हें वर्ष 2014 में पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के साथ संयुक्त रूप से विश्व शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
#12 अभिजीत बनर्जी को 2019 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
अभिजीत बनर्जी : ये भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं। बनर्जी ने बेसिक गरीबी को कम करने के लिए अनेक प्रयोगात्मक कदम उठाए जिसके लिए इन्हें वर्ष 2019 में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था अभिजीत बनर्जी को यह सम्मान उनकी पत्नी एस्तेर डुफ्लो के साथ संयुक्त रूप दिया गया था ।
महात्मा गांधी को शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए चार बार नामांकन किया गया जोकि लगातार 1937,1938, 1939 और 1947 में नामांकन किया गया था लेकिन उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिल सका । आखरी बार महात्मा गांधी को 1948 में पुनः नामांकित किया गया था लेकिन महज कुछ दिनों बाद उनकी हत्या कर दी गई थी और महात्मा गांधी को कभी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया ।
कैलाश सत्यार्थी : कैलाश सत्यार्थी ने बाल अधिकारों की रक्षा एंव बाल श्रम के विरूद्ध अनेकों लड़ाइयां लड़ी उन्होंने बचपन बचाओ आंदोलन को चलाया तथा विश्व भर में हजारों बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी लड़ाई लड़ी जिसके चलते इन्हें वर्ष 2014 में पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के साथ संयुक्त रूप से विश्व शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
#12 अभिजीत बनर्जी को 2019 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
अभिजीत बनर्जी : ये भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं। बनर्जी ने बेसिक गरीबी को कम करने के लिए अनेक प्रयोगात्मक कदम उठाए जिसके लिए इन्हें वर्ष 2019 में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था अभिजीत बनर्जी को यह सम्मान उनकी पत्नी एस्तेर डुफ्लो के साथ संयुक्त रूप दिया गया था ।
महात्मा गांधी का नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकन
महात्मा गांधी को शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए चार बार नामांकन किया गया जोकि लगातार 1937,1938, 1939 और 1947 में नामांकन किया गया था लेकिन उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिल सका । आखरी बार महात्मा गांधी को 1948 में पुनः नामांकित किया गया था लेकिन महज कुछ दिनों बाद उनकी हत्या कर दी गई थी और महात्मा गांधी को कभी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया ।
1901 से अब तक केवल दो बार मरणोपरांत नोबेल पुरस्कार दिया गया है। पहली बार 1931 में मरणोपरांत यह पुरस्कार एरिएक्सेल कार्लफल्डट को दिया गया था तथा दूसरी बार 1961 में संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव डैग डैमरसोल्ड को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया था।
1974 में रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस कमेटी (Royal Swedish Academy of Science Committee) द्वारा यह नियम बना दिया गया कि अब से मरणोपरांत नोबेल पुरस्कार किसी को नहीं दिया जाएगा।
#1 चिकित्सा क्षेत्र
फिजियोलॉजी तथा मेडिसिन प्रोफेसर स्वंते पाबो को जीनोम सम्बंधित खोज लिए इस वर्ष का चिकित्सा क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#2 रसायन विज्ञान
रसायन में इस वर्ष तीन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार दिया गया इस सूची में अमेरिका के कैरोलिन बेट्रोजी तथा बेरी शार्पलेस,
डेनमार्क के मोर्टन मेल्डेल शामिल हैं। इन्होने रसायन में बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री में रिसर्च की है, जिससे भविष्य में चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत फायदा होगा।
#3 भौतिक विज्ञान के लिए
जॉन क्लॉसर, एलेन आसपेक्ट, एंटन जिलिंगर इन्होंने क्वांटम यांत्रिकी में प्रयोग किए, तथा साथ ही कंप्यूटिंग और क्रिप्टोग्राफी के लिए विकसित नए एप्लिकेशन के लिए आधार तैयार किया है।
#4.साहित्य
साहित्य में इस वर्ष नोबेल पुरस्कार फ़्रांसिसी लेखिका एनी एर्नाक्स को दिया गया है। इनके लेखन में पारम्परिक व्यवस्थाओं और समूहिक प्रतिबंधों को उजागर करने का प्रयास किया गया है जिसके लिए इन्हे इस वर्ष इस साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
#5.शांति
शांति का नोबेल पुरस्कार इस वर्ष बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बियालियात्स्की और रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को दिया गया है। यह पुरस्कार शांति तथा मानवाधिकार की रक्षा करने के लिए के लिए दिया गया।
1974 में रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस कमेटी (Royal Swedish Academy of Science Committee) द्वारा यह नियम बना दिया गया कि अब से मरणोपरांत नोबेल पुरस्कार किसी को नहीं दिया जाएगा।
नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) 2022
#1 चिकित्सा क्षेत्र
फिजियोलॉजी तथा मेडिसिन प्रोफेसर स्वंते पाबो को जीनोम सम्बंधित खोज लिए इस वर्ष का चिकित्सा क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया ।
#2 रसायन विज्ञान
रसायन में इस वर्ष तीन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार दिया गया इस सूची में अमेरिका के कैरोलिन बेट्रोजी तथा बेरी शार्पलेस,
डेनमार्क के मोर्टन मेल्डेल शामिल हैं। इन्होने रसायन में बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री में रिसर्च की है, जिससे भविष्य में चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत फायदा होगा।
#3 भौतिक विज्ञान के लिए
जॉन क्लॉसर, एलेन आसपेक्ट, एंटन जिलिंगर इन्होंने क्वांटम यांत्रिकी में प्रयोग किए, तथा साथ ही कंप्यूटिंग और क्रिप्टोग्राफी के लिए विकसित नए एप्लिकेशन के लिए आधार तैयार किया है।
#4.साहित्य
साहित्य में इस वर्ष नोबेल पुरस्कार फ़्रांसिसी लेखिका एनी एर्नाक्स को दिया गया है। इनके लेखन में पारम्परिक व्यवस्थाओं और समूहिक प्रतिबंधों को उजागर करने का प्रयास किया गया है जिसके लिए इन्हे इस वर्ष इस साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
#5.शांति
शांति का नोबेल पुरस्कार इस वर्ष बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बियालियात्स्की और रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को दिया गया है। यह पुरस्कार शांति तथा मानवाधिकार की रक्षा करने के लिए के लिए दिया गया।
Knowledgeable points
ReplyDelete